अपनी डिजिटल पाठशाला हीरागंज रोड के किनारे स्थित है, इसकी शुरुआत 11 जून दिन शुक्रवार को हुई। यहां पर सभी बच्चों को मुफ़्त में पढ़ाया जाता है, किसी से कोई भी पैसा नहीं लिया जाता। अपनी डिजिटल पाठशाला में 6 शिक्षक हैं, जिनके नाम हैं- अभिषेक सर, अजीत सर, राजीव सर, देवांग सर, शिवम् सर और नवनीत सर। अभिषेक सर हम सबको गणित पढ़ाते हैं, वे बहुत अच्छे से समझाकर पढ़ाते हैं। अजीत सर हम सबको अंग्रेजी पढ़ाते हैं, वे अंग्रेजी बहुत अच्छे से बताते हैं और बोलना भी सिखाते हैं। नवनीत सर हम सबको जीव विज्ञान पढ़ाते हैं, जीव विज्ञान पढ़ाने के साथ-साथ उसका अर्थ भी बताते हैं, जीव विज्ञान हमें सबसे अच्छा विषय लगता है। राजीव सर हम सबको भौतिक विज्ञान पढ़ाते हैं और बहुत अच्छे से समझाकर पढ़ाते हैं। देवांग सर हम सबको इतिहास पढ़ाते हैं और वे कहते हैं कि हमें इतिहास रटना नहीं है बल्कि इतिहास रचना है। शिवम् सर हम सबको रसायन विज्ञान पढ़ाते हैं।
     हमारे सभी अध्यापक को प्रत्येक विषय में विस्तृत जानकारी है। मेरे गणित के अध्यापक एक आदर्श अध्यापक हैं, वे बड़े लगन से विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं, वे बहुत ही अनुशासित, कर्तव्य परायण एवं परिश्रमी हैं। वे तन्मय होकर शिक्षण कार्य करते हैं।
      अपनी डिजिटल पाठशाला में सभी अध्यापक एक आदर्श अध्यापक हैं, हमारे सभी अध्यापक अच्छे स्वभाव के हैं । सभी अध्यापक बच्चों से स्नेह करते हैं, विद्यार्थी भी उनको श्रद्धा और आदर सम्मान देते हैं। इस हमारी कोचिंग में 40 बच्चे हैं।
       अपनी डिजिटल पाठशाला में प्रत्येक रविवार को हमें कुछ नया जानने को मिलता है, जैसे पहले हमें यह नहीं पता था कि विवेक विंद्रा सर कौन है, अब हम उनको जानने लगे हैं और उनकी शिक्षाओं को भी। उसके बाद हमें सोनू शर्मा सर के बारे में भी बताया गया और यह भी बताया गया कि वे क्या सिखाते हैं। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अभिषेक सर एवं राजीव सर ने हमें योग के आशन सिखाए, योगा करके हमें बहुत अच्छा लगा और अब हम लोग प्रतिदिन योगा करते हैं।
      सभी सर हम लोगों को अपने विषय पढ़ाने के साथ साथ यह भी बताते हैं कि हमें पढ़ाई के बाद आगे क्या करना चाहिए और किसी भी क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए क्या-क्या योग्यताएं होनी चाहिए। और हमें सिखाते भी हैं जैसे कि - लैपटॉप चलाना, कंप्यूटर के बारे में जानकारी, अपनी बात लोगों तक कैसे रखें इसके लिए प्रतिदिन निबन्ध लिखवाकर उसको सबके सामने बुलवाते हैं और भी नई नई एक्टिविटी कराते हैं।
       हमारे सभी अध्यापकों ने जो फ्री शिक्षा देने की जिम्मेदारी उठाई है वो काबिलेतारिफ है क्योंकि इस समय शिक्षा एक व्यापार बन गई है, हमें इस बात को समझना चाहिए और उनका साथ देना चाहिए तथा मन लगाकर पढ़ना चाहिए। अपनी डिजिटल पाठशाला में हमें कुछ नया देखने को मिला है और आगे भी बहुत सी चीजें देखने को मिलेंगी। जैसे सर ने कहा है कि अपनी डिजिटल पाठशाला के व्हाट्सएप ग्रुप पर जो अलग अलग जगहों से और अलग अलग क्षेत्र से 20 से ज्यादा लोग जुड़े हैं उनसे हम उनके क्षेत्र के कैरियर के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और बहुत जल्द ही उनमें से कुछ लोग ऑनलाइन तरीके से आकर हम लोगों को पढ़ाएंगे भी।
      हमारे सभी अध्यापक का सोचना यह है कि बच्चों के लिए कुछ नया किया जाए। इसके लिए सभी विद्यार्थियों को तरफ से अपनी डिजिटल पाठशाला के सभी शिक्षकों को बहुत बहुत धन्यवाद।

ज्योति साहू
कक्षा-10